जब हम किसी देश को उसकी समस्त आर्थिक
क्रियाओं के रूप में परिभाषित करते हैं तो उसे हम अर्थव्यवस्था कहते हैं। आर्थिक का
अर्थ धन, सम्पत्ति अथवा मुद्रा से होता है और इस धन और संपत्ति के द्वारा
लोगों की आवश्यकताओं की पूर्ति होती है। अर्थव्यवस्था एक ऐसी प्रणाली है जो लोगों
को जीविका प्रदान करती है। एक देश की अर्थव्यवस्था में कृषि, उद्योग, व्यापार, सेवा आदि क्षेत्र
मिलकर राष्ट्रीय उत्पादन का निर्माण करते हैं। ताकि समाज के सभी लोग अपने जीवन में
मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति भलीभांति कर सकें। साथ ही इस व्यवस्था या प्रक्रिया
से जीविका प्राप्त कर सकें। मनुष्य अपने अनुरूप अपनी जीविका के संचालन की व्यवस्था
कर सके।
उत्पादन, उपभोग एवं निवेश अर्थव्यवस्था के
आधारभूत स्तंभ हैं। जिनका संचालन मनुष्यों द्वारा किया जाता है। साधारण शब्दों में
अर्थव्यवस्था, मनुष्यों द्वारा मनुष्यों की आर्थिक उन्नति के लिए की जाने वाली
व्यवस्थित कार्यप्रणाली है। जिसमें समुचित आर्थिक विकास जुड़ा होता है लेकिन जब यही
कार्यप्रणाली कुछ कारणों से अव्यवस्थित हो जाती है तो पूरी अर्थव्यवस्था हिल जाती
है तो ऐसी परिस्थिति में आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ता है। अब यह आर्थिक मंदी
क्या है और इसके क्या कारण हैं इस ब्लॉग के माध्यम से विस्तार से जानते हैं।
To Read
this Complete Blog in Hindi, Please Click here
To Visit
our Website, Please Click here
To Read
more Blogs on Business in Hindi, Please Click here
Comments
Post a Comment